जिस्म से होने वाली मुहब्बत का इज़हार
आसान होता
है,
रुह से हुई मुहब्बत को समझाने में ज़िन्दगी गुज़र
जाती
है।😔😔🐅
आसान होता
है,
रुह से हुई मुहब्बत को समझाने में ज़िन्दगी गुज़र
जाती
है।😔😔🐅
"दोस्ती चीज नहीं जताने की,
हमें आदत नहीं किसी को भुलाने की,
हम इसलिये आपसे कम बात करते हैं,
की नजर लग जाती है रिश्तों को जमाने की."
हमें आदत नहीं किसी को भुलाने की,
हम इसलिये आपसे कम बात करते हैं,
की नजर लग जाती है रिश्तों को जमाने की."
न जख्म भरे,...........न शराब सहारा हुई...न वो वापस लौटी न मोहब्बत दोबारा हुई !---🌹🌹------
"भगत सिंह" जी ने क्या खूब कहा है
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ के आया हूँ...
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ के आया हूँ.....
मुझे छाती से
अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, में अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ के आया हूँ....
जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ के आया हूँ...
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ के आया हूँ.....
मुझे छाती से
अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, में अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ के आया हूँ....
जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
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हमे पता है तुम कहीं और के मुसाफिर हो.. हमारा शहर तो बस यूँ ही रस्ते में आया था! 💔