अब जोगन कह लो यार मुझे, मैंने जोग उसी का पाला है...!!

होठों पर उसके नाम की माला, मेरा यार हुआ मधुशाला है।
सब कुछ तेरी आँखों का सबब ही तो है जो आज भी मैं परिंदा गुमनाम सा हूँ...

तेरी मोहब्बत क्या मिली अब तो अपनी ही नजर में बदनाम सा हूँ...
तेरे तसव्वुर में, जब शुमार रहते हैं...!!

फ़क़त उसी वक़्त, हम ग़ुलज़ार रहते हैं...!!!!
सिर्फ लफ्ज़ नहीं ये दिलों की कहानी है...!!

हमारी शायरी ही हमारे प्यार की निशानी है...!!!!
कौन देगा गवाही हमारे हक में ..

हम जितने सच्चे है उतने ही तन्हा भी.. #Anutalks
चला जाता है अक्सर वो मुझकों सपने दिखाकर...

मिलता भी नही है मुझसे वो खुद से मिलाकर...

कभी सूरज की गर्मी कभी चांद सी नर्मी है उसमें...

सब कुछ पिला देता है परिन्दे को अपना बनाकर...
परिन्दे को बाहों में बिखर जाने दो...

अपनी खुशनुमा सांसों से महक जाने दो...

दिल मचलता है और सांस थम सी जाती है...

अब तो सीने में अपने मुझे उतर जाने दो...
"साथ भीगें बारिशों में ये तो अब मुमकिन नहीं,

चल भीगें यादों में...तू कहीं.. मैं कहीं।”

#shayari #shayri #hindishayari #rain #बारिश
रात में ख्वाहिशें कुछ यूं दबी सी रह गई...!!

ख्वाब में तुमको ढूंढते-ढूंढते बस सुबह सी हो गई...!!
“सब उसके लिए माँग कर...,

सिर्फ़ उसे अपने लिए माँगा है।”

#shayari #hindishayari #throwback #repost
“वज़ह कुछ और थी...कुछ और बताते रहे,

वो अपने थे इसलिए कुछ ज़्यादा ही सताते रहे।”

#throwback #oldpost #memories
दिल्लगी थी य़ा दिल की लगी कहां समझ पाये तुम।

होठों की मुस्कुराहट देखी, आँखों की नमी कहां पढ़ पाये तुम।
गिले भी है तुझसे, शिकायतें भी हजार हैं...!!

फिर भी ए जाने तमन्ना मुझे तुझसे ही प्यार है...!!!!
सलीका हो अगर भीगी हुई आँखों को पढ़ने का...!!

तो ज़ज्बात भी मेरे कयामत का असर रखते हैं...!!!!
बहुत तड़पाते है इंतजार के पल कह के गए थे हम आएंगे कल...

कौन समझेगा मेरी बेचैनी, न तुम आये न फिर आया कल...
एक न एक दिन छट जाएंगे तेरी नफरतों के बादल...

फिर तुम समझोगे ये परिंदा क्यों है तेरी मोहब्बत में पागल...
तेरी मोहब्बत में..मिश्री-सा हो गया मन...!!

मीठी-सी जुदाई..मीठी-सी तन्हाई..मीठा-सा गम...!!
कभी ज़्यादा, कभी थोड़े, कभी कुछ कम नज़र आए...!!

क़सम ले लो, हमें हर वक्त, तुम ही तुम नज़र आए...!!!!
कुछ लहजा हुआ तल्ख तो वो बुरा मान गए...

हमारी मोहब्बत से वह अनजान हो गए...

ए परिन्दे इतना कमजोर निकला प्यार तेरा...

कि शायद आज हम अपनी मोहब्बत से ही हार गए...
मैंने तेरे बाद किसी के साथ जुड़ कर नहीं देखा...!!

मैंने तेरी राह तो देखी,पर तूने मुड़ कर नहीं देखा...!!
जब मन उदास हो तो एक काम किया करो...

भीड़ से हटकर सिर्फ महादेव का नाम लिया करो...